वाराणसी के पशु मेले में उमड़ी भीड़, पशुओं को मिली कई सुविधाएं
वाराणसी में समय-समय पर मेले का आयोजन होता रहता है, लेकिन सेवापुरी विकास खंड के ग्राम पंचायत अदमापुर में एक विशेष तरह के मेले का आयोजन हुआ है। जी हां, यह मेला इंसानों का नहीं, बल्कि पशुओं का था। वाराणसी का पशु मेला(Varanasi Animal Fair) इसे आप कह सकते हैं।
यहां पंडित दीनदयाल उपाध्याय पशु आरोग्य मंडल स्तरीय मेले का आयोजन हुआ। इसमें कई तरह के कार्यक्रम भी आयोजित हुए।
महिला पशुपालकों का सम्मान
महिला सशक्तिकरण को प्रोत्साहित करने के लिए महिला पशुपालकों को भी बढ़ावा दिया जा रहा है। इसके लिए मुख्य पशु चिकित्सा अधिकारी और नीति आयोग की तरफ से चयनित सेवा टीम को सम्मानित किया गया। यही नहीं, ऐसी 21 पशुपालक महिलाओं को भी वाराणसी के पशु मेले में सम्मानित किया गया, जो कि प्रभावी तरीके से इस भूमिका को निभा रही हैं।
सुरेंद्र नारायण सिंह बने मुख्य अतिथि
वीरबैक कंपनी ने वाराणसी के पशु मेले(Varanasi Animal Fair) में बिना किसी शुल्क के दवाएं भी वितरित की। विधायक सुरेंद्र नारायण सिंह इस मेले में विशिष्ट अतिथि के तौर पर पहुंचे थे और मेले की व्यवस्था देखकर वे प्रश्न नजर आए। विधायक नील रतन पटेल नीलू तो यहां नहीं पहुंचे सके, लेकिन उनके प्रतिनिधि डॉ वंश बहादुर सिंह इस कार्यक्रम का हिस्सा बने।
वाराणसी के मुख्य पशु चिकित्सा अधिकारी डॉक्टर वीबी सिंह ने मेले का संचालन किया। कार्यक्रम में उप मुख्य पशु चिकित्सा अधिकारी डॉ शिव सिंह भी मौजूद रहे।
काफी कुछ हुआ मेले में
वाराणसी के पशु मेले में 2 हजार 672 पशुओं का रजिस्ट्रेशन हुआ। इस दौरान 85 बधियाकरण, 15 शल्य चिकित्सा, 12 कृत्रिम गर्भाधान और 1 हजार 845 निशुल्क चिकित्सा को भी अंजाम दिया गया। साथ ही 1 हजार 465 पशुओं को यहां दवा भी पिलाई गई। इसके अतिरिक्त 238 पशुओं के बांझपन का भी यहां इलाज किया गया।
इन्हें किया गया पुरस्कृत
विधायक सुरेंद्र नारायण सिंह ने वाराणसी पशु मेले(Varanasi Animal Fair) में आरएन पब्लिक स्कूल अदमापुर गोराई की तीन शिक्षिकाओं को पुरस्कृत किया। पुरस्कार पाने वालों में तीन छात्राएं भी शामिल रहीं। बड़ी संख्या में पशु चिकित्सा और पशुपालन से जुड़े अधिकारी एवं कर्मचारी भी मेले में शिरकत करते नजर आए।