सुबह ए बनारस ने मोह लिया भारत में ऑस्ट्रेलिया के हाई कमिश्नर का मन, कही ये बात
गंगा के पावन तट पर बसा वाराणसी एक ऐसा शहर है, जो हर किसी का मन मोह लेता है। जो भी इस शहर में आता है, वह इसकी सुंदरता को देखकर अभिभूत हो जाता है और इसकी तारीफ करते नहीं थकता। बैरी ओफैरेल (Barry O’Farrell AO), जो कि भारत में ऑस्ट्रेलिया के हाई कमिश्नर (Australia’s High Commissioner in India) हैं और भूटान के राजदूत भी, अपनी उत्तर प्रदेश की आधिकारिक यात्रा शुरू करने के दौरान जब वे सबसे पहले वाराणसी पहुंचे, तो मंगलवार की सुबह उन्होंने सुबह ए बनारस का भी लुत्फ उठाया।
हमेशा ताजा रहेंगी ये यादें
गंगा में नौका विहार करने के बाद वे भाव विह्वल हो गए। उन्होंने वाराणसी की तारीफ करते हुए कहा कि गंगा की लहरों पर इस नौका विहार की यादें उनके जेहन में हमेशा ही ताजा रहेंगी। साथ ही उन्होंने यह भी कहा कि उत्तर प्रदेश भारत के सबसे महत्वपूर्ण राज्यों में से एक है और यहां की पहली आधिकारिक यात्रा को लेकर वे बड़े ही उत्साहित महसूस कर रहे हैं।
इनका भी किया भ्रमण
बैरी ओफैरेल ने न केवल नौका विहार का आनंद लिया, बल्कि वे वाराणसी के कई मंदिरों और ऐतिहासिक स्थलों पर भी भ्रमण करने के लिए पहुंचे। नौका विहार उन्होंने तुलसी घाट से शुरू किया। बनारस हिंदू विश्वविद्यालय के पदाधिकारियों के साथ प्रशासन के लोग भी भारत में ऑस्ट्रेलिया के हाई कमिश्नर(Australia’s High Commissioner in India) के साथ मौजूद थे।
बीएचयू में शैक्षणिक कार्यक्रम
बैरी ओफैरेल एक शैक्षणिक कार्यक्रम में भी मंगलवार को बीएचयू के विज्ञान संस्थान में स्थित महामना सभागार भवन में हिस्सा ले रहे हैं। इस कार्यक्रम का उद्देश्य शिक्षण संस्थानों में शोध एवं अनुसंधान को बढ़ावा देना है। इसके अलावा भारत और ऑस्ट्रेलिया के विश्वविद्यालयों के बीच पारस्परिक समन्वय बढ़ाने को लेकर इस कार्यक्रम में हो रहे विचार-विमर्श का वे हिस्सा बन रहे हैं।
गौरतलब है कि भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच न केवल राजनीतिक बल्कि सांस्कृतिक और शैक्षणिक संबंध भी कायम हैं। दोनों ही देशों के बीच छात्रों का आदान-प्रदान भी पढ़ाई व अनुसंधान के लिए होता रहता है।