Kashi Vishwanath Temple: मंदिर में नये साल शुरू होंगे नये भवन, यूं बदलेगी सूरत
काशी विश्वनाथ मंदिर में नये साल में कई नये भवन शुरू होने वाले हैं, जिससे कि यहां आने वाले श्रद्धालुओं को और बेहतर अनुभव मिलेगा।
Varanasi News: काशी विश्वनाथ मंदिर (Kashi Vishwanath Temple) शिवभक्तों की आस्था का प्रमुख केंद्र है। यहां बाबा विश्वनाथ के दर्शन के लिए पूरे साल श्रद्धालुओं की कतार लगी रहती है। बाबा भोलेनाथ के इस धाम को निखारने के लिए बड़े स्तर पर काम चल रहा है। मंदिर का स्वरूप पूरी तरह से बदल चुका है और नये साल में यहां और भी कई नये भवन शुरू होने जा रहे हैं, जिससे कि यहां आने वालों को पहले से भी बेहतर अनुभव मिलने वाला है। नये साल में काशी विश्वनाथ धाम में दर्शन करने के अलावा श्रद्धालु बनारसी व्यंजनों का स्वाद भी चख पाएंगे। साथ ही वे यहां खरीदारी भी कर पाएंगे।
शासन को भेजा गया प्रस्ताव
काशी विश्वनाथ मंदिर (Kashi Vishwanath Temple) में जब से काशी विश्वनाथ धाम (Kashi Vishwanath Dham) शुरू हुआ है, तब से यहां सुविधाएं बढ़ाने की दिशा में काम चल रहा है। कई भवन तो यहां काम कर रहे हैं, लेकिन 19 भवन ऐसे हैं, जो अब भी शुरू नहीं हुए हैं। इन भवनों में जलपान केंद्र से लेकर प्रसाद की दुकानें और संग्रहालय आदि तक शामिल हैं। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक नये साल में इन भवनों को भी शुरू करने के लिए मंदिर न्यास की ओर से शासन को इस सम्बन्ध में एक प्रस्ताव भेजा गया है। यदि शासन इस प्रस्ताव को अनुमोदित कर देता है, तो बहुत जल्द बचे भवन भी काम करना शुरू कर देंगे।
ये भवन हो सकते हैं शुरू
काशी विश्वनाथ मंदिर (Kashi Vishwanath Temple) में नये साल में जिन भवनों के शुरू होने की संभावना है, उनमें मुख्य रूप से यात्री सुविधा केंद्र मल्लिकार्जुन भवन, वैदिक केंद्र व्यास भवन, जलपान केंद्र अमृत भवन, आध्यात्मिक किताबों का स्टोर घृष्णेश्वर भवन, गेस्ट हाउस भीमाशंकर अतिथि गृह, गोयनका हॉस्टल कार्तिकेय वाटिका, वाराणसी का संग्रहालय रामेश्वर भवन और कैफे भवन मानसरोवर आदि शामिल हैं। श्री काशी विश्वनाथ मंदिर न्यास के अध्यक्ष प्रो नागेन्द्र पाण्डेय के मुताबिक शासन से स्वीकृति मिलते ही इन भवनों का संचालन शुरू हो जायेगा।
बढ़ती जा रही श्रद्धालुओं की तादाद
गौरतलब है कि वाराणसी के काशी विश्वनाथ मंदिर (Kashi Vishwanath Temple) में काशी विश्वनाथ धाम (Kashi Vishwanath Dham) की आधारशिला प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने रखी थी और इस परियोजना के प्रथम चरण के अन्तर्गत इस धाम का उन्होंने दिसंबर 2021 में लोकार्पण भी कर दिया था। इसके बाद से बाबा विश्वनाथ के दर्शन करने के लिए आने वाले श्रद्धालुओं की संख्या भी तेजी से बढ़ी है।