Varanasi News: BHU में दिखा दिल को छू लेने वाला नुक्कड़ नाटक, दिया यह संदेश
बीएचयू (BHU) के विश्वनाथ मंदिर परिसर में नुक्कड़ नाटक के जरिये एक बड़ा ही मजबूत संदेश दिया गया।
Varanasi News: बनारस हिंदू विश्वविद्यालय (BHU) न केवल शिक्षा गुणवत्तापूर्ण शिक्षा प्रदान करके देश की नींव को मजबूत करने में जुटा है, बल्कि समय-समय पर यह विभिन्न गतिविधियों एवं कार्यक्रमों का आयोजन कर सामाजिक बुराईयों के खिलाफ संदेश भी देता रहता है। साथ ही विभिन्न आयोजनों के माध्यम से यह लोगों को प्रेरित करने का भी काम करता है। इसी तरह का एक आयोजन बीएचयू के विश्वनाथ मंदिर परिसर में भी हुआ, जिसमें कि नुक्कड़ नाटक के जरिये चुप्पी तोड़ने और अन्याय के खिलाफ आवाज बुलंद करने का मजबूत संदेश दिया गया।
बीएचयू में नुक्कड़ नाटक का इन्होंने किया आयोजन
बीएचयू (BHU) के विश्वनाथ मंदिर (Vishwanath Temple) परिसर में संस्थान के ही राष्ट्रीय सेवायोजना इकाई की ओर से आयोजित हुए नुक्कड़ नाटक को देखने वालों ने भी खूब सराहा। नाटक में कलाकारों ने अपने दमदार और दिल को छू लेने वाले अभिनय से हर किसी को प्रभावित किया। नाटक के दौरान एक युवती प्रताड़ना का शिकार होती दिखी। उस पर अन्याय की इंतहा हो गई थी। तभी उस युवती ने ठान लिया कि अब वह और नहीं सहेगी। वह अन्याय के खिलाफ उठ खड़ी हुई। पूरी हिम्मत के साथ इसका प्रतिकार किया। आखिरकार उसकी जीत हुई।
नुक्कड़ नाटक ने दिया जुल्म न सहने का संदेश
बीएचयू (BHU) के विश्वनाथ मंदिर (Vishwanath Temple) परिसर में आयोजित नुक्कड़ नाटक ने वहां मौजूद हर किसी की आंखें खोल दी। देखने वालों ने भी कहा कि जुल्म को सहना पाप है। अन्याय के खिलाफ आवाज उठाने के अलावा और कोई विकल्प भी नहीं होना चाहिए। साथ ही कलाकारों ने यह भी संदेश दिया कि जो लोग महिलाओं के प्रति अन्याय के विरुद्ध लड़ रहे हैं, उनकी लड़ाई में हर किसी को शामिल होना चाहिए और उनकी हिम्मत बढ़ानी चाहिए।
बीएचयू के नुक्कड़ नाटक को इन्होंने बनाया सफल
बीएचयू (BHU) के विश्वनाथ मंदिर (Vishwanath Temple) परिसर में हुए नुक्कड़ नाटक के सफल आयोजन का श्रेय शिकायत प्रकोष्ठ की अध्यक्ष प्रो रश्मि चौधरी को भी जाता है, जिन्होंने इस दौरान अपने संबोधन में बीएचयू में मौजूद आंतरिक शिकायत प्रकोष्ठ के बारे में जानकारी दी। उन्होंने सरकार की ओर से जारी टोल फ्री नंबर के बारे में भी बताया। नुक्कड़ नाटक का प्रिया नागर ने बखूबी निर्देशन किया, जबकि प्रो नंदिता घोषाल, डॉ मंगला गौरी, डॉ शोभा भट, प्रो विभा त्रिपाठी, मोहिनी झंवर और प्रो अंशुमन खन्ना ने नुक्कड़ नाटक का सफल मंचन किया।