Varanasi News: BHU छात्र ने किया गजब का शोध, खोज निकाला यह महत्वपूर्ण शैवाल
BHU के शोधकर्ताओं ने जम्मू और कश्मीर में एक बड़े ही महत्वपूर्ण शैवाल के पहले जीन्स को खोज निकाला है।
Varanasi news: बनारस हिंदू विश्वविद्यालय (BHU) यूं ही दुनिया के सबसे प्रतिष्ठित विश्वविद्यालयों में शुमार नहीं है। यहां होने वाले रिसर्च हमेशा देश-दुनिया के लोगों का ध्यान अपनी ओर खींचते रहते हैं। साथ ही यहां होने वाले शोध से कई बार ऐसे परिणाम भी निकले हैं, जो जनकल्याण के लिहाज से बेहद उपयोगी साबित हुए हैं। एक बार फिर से BHU के एक छात्र नरेश कुमार और उनके मार्गदर्शक वनस्पति विज्ञान विभाग में सहायक शिक्षक डॉ प्रशांत सिंह ने एक ऐसा रिसर्च किया है, जिसका संबंध धरती के वायुमंडल में ऑक्सीकरण से है।
जम्मू और कश्मीर से लिये नमूने
BHU के इस गुरु-शिष्य ने मिलकर केंद्रशासित प्रदेश जम्मू और कश्मीर में एक शैवाल के उस जीन्स को पहली बार ढूंढ निकाला है, जो पृथ्वी के वायुमंडल में ऑक्सीकरण में बेहद महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहा है। दोनों ने मिलकर जम्मू और कश्मीर में सायनो बैक्टीरिया के प्रथम जीन्स की खोज की है, जो आने वाले समय में इस दिशा में और भी कई महत्वपूर्ण खोजों का मार्ग प्रशस्त कर रहा है। इसके लिए नरेश ने जम्मू और कश्मीर में नमूने लिए और इसकी जांच की।
BHU के शोधकर्ताओं को मिला इनका साथ
BHU के स्टूडेंट और प्रोफेसर द्वारा की गई इस खोज में अमेरिका के क्लीवलैंड की कैरोल यूनिवर्सिटी के प्रोफेसर जेफरी आर जोहान्सन का भी महत्वपूर्ण योगदान है, जिन्होंने डॉ प्रशांत सिंह को इस शोध को अंजाम देने के लिए अपनी प्रयोगशाला का उपयोग करने की भी इजाजत दी। इस शोध से जैव विविधता से संबंधित भी कई चीजें आने वाले समय में प्रकाश में आएंगी।
सायनो बैक्टीरिया के बारे में
BHU के शोधकर्ताओं द्वारा जिस सायनो बैक्टीरिया के पहले जीन्स की खोज की गई है, वे दरअसल नील हरित शैवाल हैं, जो हैं तो बेहद पुराने, लेकिन उनके बारे में आज तक कोई ठोस जानकारी दुनियाभर में किसी के पास मौजूद नहीं थी। इसलिए BHU का यह शोध बड़ा मायने रखता है।