स्टूडेंट्स से दोबारा गुलजार हुआ BHU, इनके लिए शुरू हुए क्लासेज
कोरोनावायरस की वजह से BHU यानी कि बनारस हिंदू विश्वविद्यालय, जो कि लगभग 11 महीने से बंद चल रहा था, आखिरकार यहां सोमवार से कक्षाएं शुरू हो गई हैं। खास बात यह है कि न केवल ऑफलाइन, बल्कि ऑनलाइन मोड में भी कक्षाओं का हिस्सा छात्र बन सकते हैं।
कोरोना से बचाव के लिए
बीएचयू में कक्षाएं तो जरूर शुरू हो गई हैं, लेकिन कोरोना के नियमों का पालन करवाना BHU प्रशासन के लिए एक बड़ी चुनौती भी है। वह इसलिए कि बीते 17 फरवरी को बीएचयू में हॉस्टल शुरू किए गए थे, जिसके बाद कोरोना नियमों का ठीक तरीके से पालन होता हुआ नहीं नजर आया था।
ऐसे में कक्षाएं शुरू होने के बाद विश्वविद्यालय प्रशासन ने पूरी व्यवस्था कर रखी है कि स्टूडेंट्स से कोरोना नियमों का अक्षरशः पालन करवाया जाए। यही कारण है कि हैंड सेनीटाइजर के साथ मास्क का इस्तेमाल BHU परिसर में अनिवार्य कर दिया गया है।
BHU में लेक्चर के लिए हाइब्रिड व्यवस्था
BHU में कक्षाओं का तो संचालन हो ही रहा है, मगर नियमित अंतराल पर कक्षाओं का सैनिटाइजेशन भी किया जा रहा है। वेबसाइट पर कक्षाओं की टाइम टेबल अपलोड होने का भी स्टूडेंट्स इंतजार कर रहे हैं। अंतिम वर्ष के छात्रों को यह सुविधा प्रदान की गई है कि वे हाइब्रिड मोड में यानी कि ऑफलाइन और ऑनलाइन दोनों ही मोड में लेक्चर सुन सकेंगे।
सेंट्रल लाइब्रेरी में भी सबसे पहले 150 छात्रों के बैठने की व्यवस्था की गई थी, मगर इसे बढ़ाकर 200 कर दिया गया। फिर भी छात्र अब यह मांग कर रहे हैं कि इस संख्या को बढ़ाकर 300 किया जाना चाहिए।
कुलपति ने लिया था फैसला
गौरतलब है कि छात्रों द्वारा लंबे समय से कक्षाओं को शुरू करने की मांग की जा रही थी। ऐसे में विश्वविद्यालय के कुलपति प्रोफेसर राकेश भटनागर ने बीते 5 फरवरी को चरणबद्ध तरीके से विश्वविद्यालय को खोलने का फैसला किया था।
इस बैठक में बीएचयू के कुलसचिव डॉ नीरज त्रिपाठी और छात्र अधिष्ठाता प्रोफेसर एमके सिंह के साथ चीफ प्रॉक्टर प्रोफेसर आनंद चौधरी एवं विभिन्न संस्थानों के निदेशक एवं संकाय प्रमुख भी मौजूद थे। इन सभी ने ऑनलाइन एवं ऑफलाइन कक्षाएं चलाने को लेकर अपनी सहमति दे दी थी।
अभिभावकों से ली जा रही सहमति
BHU में कक्षाएं तो जरूर शुरू हो गई हैं, लेकिन कक्षाओं में शामिल होने वाले स्टूडेंट्स के माता-पिता से यह सहमति भी ली जा रही है कि कक्षाओं में भाग लेने के बाद यदि कोई स्टूडेंट कोरोना संक्रमित हो जाता है, तो उसकी जिम्मेवारी विश्वविद्यालय प्रशासन की नहीं होगी। स्टूडेंट्स के माता-पिता से बीएचयू प्रशासन ने यह अनुरोध किया है कि यदि उनके बच्चे स्वस्थ नहीं महसूस कर रहे हैं, तो वे उन्हें पढ़ने के लिए कैंपस में बिल्कुल भी