बनारसी ठंडाई: इसी में तो घुली है वाराणसी की असल मिठास

बनारसी ठंडाई: इसी में तो घुली है वाराणसी की असल मिठास

बनारसी ठंडाई (Banarasi Thandai) के बारे में यदि यह कहा जाए कि वाराणसी में खानपान की सबसे मशहूर चीजों में यह नंबर एक पर है तो यह कहना बिल्कुल भी गलत नहीं होगा, क्योंकि बनारसी ठंडाई का स्वाद जिसने एक बार चख लिया, उसके लिए खुद को ठंडाई से दूर रखने के लिए अपने मन को मना पाना बहुत ही मुश्किल हो जाएगा। बनारसी ठंडाई में एक अलग ही तरह का जादू भरा स्वाद छिपा हुआ है, जिसकी वजह से यह जिस जीभ पर भी पड़ती है, उसे यह अपना दीवाना बना ही लेती है। वैसे तो वाराणसी में कई जगहों पर आप बनारस की ठंडाई का स्वाद ले सकते हैं, लेकिन आप चाहें तो इसे अपने घर पर भी तैयार कर सकते हैं। इस लेख में हम आपको बनारसी ठंडाई के बारे में विस्तार से बता रहे हैं।

बनारसी ठंडाई (Banarasi Thandai) के बारे में

वाराणसी में खानपान (Banarasi food) की एक से बढ़कर एक चीजें मिल जाती हैं और बनारसी ठंडाई भी इन्हीं में से एक है। बनारस, जो कि बाबा भोले की नगरी के नाम से भी जाना जाता है, इस शहर में बनारसी ठंडाई को लोग भांग के गोले के साथ भी पीते हैं और विशेषकर होली के वक्त बनारसी ठंडाई की मांग बढ़ जाती है। बनारसी ठंडाई की महत्ता का अंदाजा आप इसी बात से लगा सकते हैं कि आयुर्वेदिक ग्रंथों में भी इस पेय पदार्थ के बारे में विस्तार से बताया गया है। बनारसी ठंडाई न केवल पीने वालों को स्वाद का एहसास कराती है, बल्कि यह औषधि के तौर पर भी प्रयोग में आती है। काशी में बनारसी ठंडाई की जो भी दुकानें हैं, यहां पर लोग ठंडाई पीकर अपने बनारसीपन को बरकरार रखते हैं।

Advertisement

यह भी पढ़ें: बनारसी लस्सी- कुल्हड़ में मिलने वाली बनारसी मिठास

बनारसी ठंडाई का इतिहास (Thandai history)

वाराणसी में होली में ठंडाई (Thandai in Holi) पीने की परंपरा सदियों से चली आ रही है। ठंडाई और भांग के बीच बेहद खास रिश्ता है। होली के दौरान बहुत से लोग भांग वाली ठंडाई का सेवन करते हैं। भगवान शिव को भी मान्यताओं के मुताबिक भांग और ठंडाई बेहद प्रिय है। ऐसा बताया जाता है कि होली के दिन हिरण्यकशिपु का शहर करने के लिए भगवान विष्णु नरसिंह अवतार के रूप में धरती पर उत्पन्न हुए थे। हिरण्यकशिपु का वध तो उन्होंने कर दिया, लेकिन उनका क्रोध शांत नहीं हो रहा था। ऐसे में भगवान शिव ने तब शरभ अवतार लिया था। कहा जाता है कि इसी के बाद से होली पर्व पर ठंडाई और भांग पीने की परंपरा शुरू हो गई।

Advertisement

वाराणसी में लोग ठंडाई और भांग (Bhang thandai) का सेवन महादेव का प्रसाद समझकर करते हैं। वाराणसी में तो यह कहा भी जाता है कि ठंडाई और भांग के बिना न तो बाबा भोलेनाथ की भक्ति हो सकती है और न ही इसके बिना काशी में होली का रंग जम सकता है।

होली में व्रत के विशेष पेय (Holi special fasting drink) के रूप में भी बनारसी ठंडाई का सेवन लोग करते हैं। बनारसी ठंडाई पीने की परंपरा के बारे में यह भी मान्यता है कि समुद्र मंथन के दौरान जब विष निकला था, तो भगवान शिव ने उसे अपने कंठ में भर लिया था और उसे गले से नीचे नहीं उतरने दिया था। इस विष के बेहद गर्म होने की वजह से उनके शरीर का तापमान बहुत बढ़ गया था। तब महादेव ने इस विष की गर्मी को शांत करने के लिए भांग का सेवन किया था। वह इसलिए कि भांग बेहद ठंडा होता है। तभी से महादेव की पूजा में भांग का इस्तेमाल होने लगा और भांग व ठंडाई पीने की परंपरा भी शुरू हो गई।

Advertisement

स्वास्थ्य के लिए बनारसी ठंडाई के फायदे (Thandai health benefits)

व्रत के पेय (Fasting drink) और मुंह का स्वाद बढ़ाने वाले पेय के रूप में तो बनारसी ठंडाई इस्तेमाल में आती ही है, लेकिन आपको यह जानकर आश्चर्य होगा कि सेहत के लिए भी बनारसी ठंडाई बहुत ही फायदेमंद है। जब होली का त्योहार आता है, तब शरीर का तापमान बढ़ा हुआ होता है। इसे गर्मी के मौसम की शुरुआत भी माना जाता है। साथ ही होली खेलते वक्त जब आप रंग और गुलाल लगाते हैं, तो इनमें मौजूद रसायनों की वजह से आपके शरीर का तापमान और बढ़ जाता है। विशेषकर आपके सिर के गर्म होने की वजह से आप पर मानसिक बीमारियों का खतरा मंडराने लगता है। ऐसे में जब आप ठंडाई और भांग का सेवन करते हैं, तो इससे शरीर और मस्तिष्क को बड़ी ही ठंडक मिलती है।

ऐसे तैयार होती है बनारसी ठंडाई (Thandai receipe in hindi)

बनारसी ठंडाई की रेसिपी (Thandai receipe) की बात करें तो इसे तैयार करने के लिए आपको 1 लीटर दूध के साथ आधा लीटर पानी, लगभग 100 ग्राम पिस्ता और बादाम, 4 से 5 गुलाब की पत्तियां या गुलकंद, 20 से 22 काली मिर्च, 500 ग्राम चीनी, गुलाब जल, 5-6 इलायची के दाने और थोड़े से केसर की जरूरत पड़ती है।

Advertisement

बनारसी ठंडाई (Banarasi Thandai) बनाने से पहले आपको बादाम व पिस्ता को लगभग 6 से 7 घंटे पहले भिगो देना होता है। उसी तरह से इलायची दाने, गुलाब की पत्तियां और काली मिर्च को अलग से भिगोना होता है। जब बादाम और पिस्ता भींग जाता है, तो इसके बाद इसके छिलके को छील लिया जाता है और बड़ा ही बारीक अलग-अलग पीस लिया जाता है। बची हुई जो भीगी हुई सामग्री है, इन्हें भी आपको पीस लेना है।

इसके बाद दूध, चीनी और पानी का घोल बना लेना है। इसमें पिसी हुई सारी चीजों को मिला देना है और एक छानने वाले साफ कपड़े पर रख लेना है। अब हाथ से रगड़ते हुए इस दूध वाले घोल को थोड़ा-थोड़ा छान लेना है। ऐसा आपको दो से तीन बार करना है। साथ ही गुलाब जल में केसर मिला देना है और ठंडाई में मिला देना है। इसे आपको बहुत ही अच्छी तरीके से फेंट लेना है। इस तरह से आपकी बनारसी ठंडाई तैयार है। अब आप इसका स्वाद ले सकते हैं।

वाराणसी में ठंडाई के लिए सबसे अच्छी जगहें (Best places for Thandai in Varanasi)

  • बादल ठंडाई, सोनारपुरा रोड
  • बाबा ठंडाई, गोदौलिया
  • ग्रीन लस्सी, अस्सी क्रॉसिंग
  • ब्लू लस्सी शॉप, कचौड़ी गली
  • शांति ठंडाई घर, भोजूबीर

 निष्कर्ष (Conclusion)

बनारसी ठंडाई (Banarasi Thandai) की विशेषताओं से बहुत ही से लोग भले ही अवगत नहीं हों और केवल स्वाद के लिए इसका सेवन करते हों, लेकिन वास्तव में बनारसी ठंडाई जीभ को आनंद पहुंचाने के साथ शरीर को भी अप्रत्यक्ष रूप से बड़ा सुकून पहुंचाती है। गर्मी के दिनों में बनारसी ठंडाई का सेवन करना अपने आप में बड़ा ही राहत भरा अनुभव होता है। इसलिए यदि आप भी काशी घूमने के लिए आ रहे हैं, तो आपको बनारसी ठंडाई का सेवन एक बार जरूर करना चाहिए। यकीन मानिए इसके बाद आप दूसरों के सामने इसकी तारीफ करते नहीं थकेंगे।

Advertisement

अक्सर पूछे जाने वाले सवाल (FAQs)

बनारसी ठंडाई (Banarasi Thandai) वाराणसी में कहां मिलती है?

गोदौलिया में बनारसी ठंडाई की कई अच्छी दुकानें हैं। इसके अलावा शहर के कई अन्य हिस्सों जैसे कि भोजूबीर और पांडेपुर आदि में भी आपको बनारसी ठंडाई मिल जाती है।

क्या बनारसी ठंडाई भांग मिलाकर ही पी जाती है?

Advertisement

जी नहीं, यह आप पर निर्भर करता है कि आप केवल बनारसी ठंडाई पीना चाहते हैं या फिर आपस में भांग मिलाकर पीना चाहते हैं।

बनारसी ठंडाई का सेवन किस मौसम में करना चाहिए?

Advertisement

बनारसी ठंडाई ठंडी होती है। इसलिए गर्मी के दिनों में ही इसका सेवन करना उचित होता है।

टीम वाराणसी मिरर

error: Content is protected !!